इस फिल्म में अमिताभ बच्चन का किरदार यह दर्शाता है की पैसा आपकी साड़ी तकलीफें अंत कर सकता है। वह जीवन में सफल माना जाता है। बहुत पैसे कमाता है और अपना कारोबार खड़ा करता है। लेकिंग, वह इन सबके लिए जुर्म का सहारा लेता है। उसे अगर वह पता होता की समझदार निवेश द्वारा भी, वह यह सब पा सकता था। यदि, उसे पता होता की पैसे बैंक में रखकर वह इन निवेशों को कर सकता है तो उसके पास पैसे ही नहीं, “माँ” भी होती।
यह कहावत तो आपने सुनी ही होगी। बल्कि, इससे जुडी एक कहानी भी है, प्यासे कव्वे की। इस कहानी से हमें यह सीक मिलती है की हमे जितना हो सके पैसे बचाने चाहिए। एक एक रूपया बचाकर ही हम अपने सपनो को पूरा कर सकती हैं। इसलिए, भले ही हम कम पैसे बचाएँ, हमे नियमित रूप से बचाना चाहिए। इस काम में बैंक आपकी सहायता कर सकती हैं और आपके बचाए हुए पैसे सुरक्षित भी रख सकती हैं।
कल काम पर या बाजार जाते समय आपके रास्ते में कितने बैंक पड़ते हैं उनके नाम याद रखें। जितने बैंक आपने रस्ते में देखें हो उसके अलावा क्या आपको किसी और बैंक का नाम मालूम है? यह याद करें। इन सारे बैंकों में से आप किस बैंक में अपना खाता खुलवाना चाहेंगी? आपके बैंक चुनने का कारण भी बताइये।